समय न्यूज़ 24 धनबाद
बाघमारा : प्रखंड में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत प्रखंड प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। छह महीने से एक साल तक राशन का उठाव नहीं करने वाले 625 लाभुकों के पीएच राशन कार्ड रद्द करते हुए उन्हें स्थायी रूप से डिलीट कर दिया गया है। प्रशासन की जांच में पाया गया कि इन कार्डों के जरिए सरकारी अनाज का दुरुपयोग किया जा रहा था।
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि क्रीमीलेयर वर्ग के करीब 30–35 लोग — जिनमें चारपहिया वाहन मालिक, आयकर दाता और आर्थिक रूप से सक्षम व्यक्ति शामिल हैं — लगातार राशन का लाभ उठा रहे थे। प्रशासन ने इन सभी को नोटिस जारी कर सात दिनों के भीतर जवाब देने का निर्देश दिया है। यदि जवाब संतोषजनक नहीं मिला, तो उनके कार्ड भी रद्द कर दिए जाएंगे।
जांच में यह भी सामने आया कि कुछ मृत व्यक्तियों के नाम पर भी राशन उठाया जा रहा था, जैसे कि सपन कुमार पांडेय (कार्ड संख्या 202001745329), जिनकी मृत्यु हो चुकी है। इसी तरह, संजय कुमार और संजय सिंह को भी नोटिस भेजा गया है।
प्रखंड में फिलहाल 190 पीडीएस दुकानें संचालित हैं। जांच के दौरान अनियमितता पाए जाने पर डीलर उषा देवी का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है, जबकि सुधीर मंडल को छुट्टी पर भेजा गया है। अन्य कई डीलरों के खिलाफ भी लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
अभियान के दूसरे चरण में प्रशासन जरूरतमंद परिवारों को योजना से जोड़ने में जुटा है। अब तक 150 नए राशन कार्ड जारी किए जा चुके हैं, जबकि वेटिंग लिस्ट में शामिल 20 परिवारों को तुरंत पीएच कार्ड प्रदान किए गए हैं।
प्रभारी आपूर्ति पदाधिकारी रघुवंश भारती ने बताया कि यह कार्रवाई उपायुक्त के निर्देश पर की गई है। उन्होंने कहा कि आधार सीडिंग, बैंक खाता लिंक और आय सत्यापन के बाद ही कार्ड बहाल किए जा रहे हैं। इस कार्रवाई से हर महीने लगभग 300 क्विंटल अनाज की बचत होगी, जो अब असली हकदारों तक पहुंचेगा।
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